मण्डी नगर के सभी घरों में देवदार से बनी कोठड़िया/कोठड़ु का प्रयोग खाने पीने का सामान व राशन इत्यादि रखने के लिए किया जाता था।इनको बनाने में किसी भी तरह किलों का प्रयोग नहीं होता था तथा अंदर का सामान कीड़े मकोड़ों से भी सुरक्षित रहता था। बदलते समाज में अब तो यह देखने को नहीं मिलती लेकिन कई धरोहर प्रेमी इनको पालिश कराके बैठने के लिए अथवा सजावट के रूप में अपने घरों में प्रयोग में ला रहे हैं जोकि प्रशंसनीय है।mandipedia/2023