पत्थर पर पांव की प्रतिमा?
ब्यास नदी के किनारे श्मशान घाट के बगल में चलेश्वर महादेव का मंदिर है जिसे मंडीवासी 'जम्मां री माओ' भी कहते है। अर्थी को सर्वप्रथम इस मंदिर के प्रवेश द्वार के सामने बने चबूतरे पर कर्मकांड हेतु रखा जाता है।
मंदिर के प्रांगण में पिछली और एक विशाल काले रंग की मूर्ति सीढि़यों से उतरने पर सामने दिखती है। इसके साथ ही नीचे एक पत्थर के पांव की प्रतिमा आपको दिखाई देगी जिस तरफ बहुत कम लोगों का ध्यान जाता है। यह प्रतिमा कब बनी, क्यों बनी और इस स्थान पर इस तरह के निशान का क्या महत्व है इसका अभी तक पता नहीं चल सका है।इस तरह की प्रतिमा मंडी नगर में अन्ययंत्र नहीं दिखाई देती।यह शोध का विषय है खोज जारी है।mandipedia/vkb/23