गांधी चौक मण्डी
Posted on 01-07-2023 10:10 AM

                                                                                महात्मा गांधी की मूर्ति 

आइए आपको ले चलता हूं गांधी चौक की ओर। पहले गांधी चौक काफी बड़ा होता था और उसके चारों ओर लोहे की मोटी मोटी जंजीरे(सांगड़) लगी होती थी जिन पर शाम के समय युवा लोग बैठकर झूलते थे और उन दिनों वाहन ना के बराबर होने के कारण चहल पहल बहुत कम रहती थी। तब यहां पर चौक के मध्य में गांधीजी की छोटी सी बस्टनुमा मूर्ति लगी होती थी।स्कूल के दिनों की बात है।लगभग 56 साल पहले जब मैं आठवीं कक्षा में बिजै हाई स्कूल में पढ़ता था।(पता नहीं अब क्यों 'बिजै' नाम बदलकर स्कूल का नाम 'विजय' कर दिया है। ज्ञात रहे कि मंडी राजा बिजै सैन ने इस स्कूल की स्थापना वर्ष 1866 में की थी)।

                   उत्तर भारत के प्रसिद्ध गन मैन्युफैक्चरर्स रामनगर में स्थित मैसर्स हैसबी एंड कंपनी मण्डी की ओर से गांधी जी की मूर्ति का खर्चा वहन करके इसे यहां पर स्थापित किया गया था।अनावरण के दिन इसको रेशमी कपड़े से ढका हुआ था। मंडी के प्रबुद्ध जन चौक में उपस्थित थे।मंडी के अंतिम राजा जोगिंदर सेन जी की उपस्थिति इस आयोजन को गरिमा प्रदान कर रही थी। बिजै हाई स्कूल में अपने अभिन्न मित्र हेमंत(भोला) व सहपाठी सरदार प्रिथ्वी पाल सिंह के साथ स्कूल में प्रातः प्रार्थना सत्र में 'तू स्वामी सबका है पालनहार' व जन-गण-मन गान करते थे। गांधी जी की मूर्ति के अनावरण के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय गान के लिए हमें स्कूल से बुलाया गया और गांधी जी की मूर्ति का अनावरण हुआ।इस मूर्ति की ऊंचाई कम होने से यह अच्छी नहीं लग रही थी।तो हैसबी कंपनी के मालिक ने कुछ महीनों के पश्चात पहले से थोड़ी बड़ी मूर्ति को दोबारा ऑर्डर देकर मंगवाया व पहले वाली मूर्ति को हटाकर नई मूर्ति को पुनर्स्थापित करके पुनः इसका अनावरण हुआ।और हमारी तीनों दोस्तों की टीम स्कूल से फिर आई और हमने राष्ट्रीय गान गाया।तभी से गांधी चौक पर यह मूर्ति विद्यमान है जोकि मंडी नगर की एक बहुत ही महत्वपूर्ण प्राइम लोकेशन पर स्थापित होने के कारण आकर्षण का केंद्र है।इसमें स्थापित गांधी जी की मूर्ति की दिशा को कुछ साल पहले बदलकर कर अब इंदिरा मार्केट की तरफ कर दिया है।पहले मूर्ति का मुंह गांधी भवन की दिशा में होता था।mandipedia/2

                                                                                                              

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